रियो कार्निवल | ब्राज़िल
RIO Carnival |
दुनिया में सबसे बड़ा कार्निवल, रियो कार्निवल ब्राजील में मनाया जाने वाला त्यौहार है। 1650 के दशक में, कार्निवल के द्वारा मूल रूप से अंगूर की फसल के देवता को श्रद्धांजलि देना शुरू किया था और तब से लेकर आज तक ये फेस्टिवल बेहद उत्साह और उमंग के साथ नाच गाकर मनाया जाता है । हालाँकि, सदियों से विदेशी यात्रियों के बीच बढ़ती लोकप्रियता के कारण ब्राजील के इस पारंपरिक त्योहार को काफी गति मिली है। देश के शीर्ष सांबा नर्तकियों द्वारा विस्तृत परेड और मनमोहक प्रदर्शन देखने के लिए फरवरी के महीने में रियो डी जनेरियो में बड़ी संख्या में पर्यटक इकट्ठा होते हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दे ये त्यौहार फरवरी और मार्च में मध्य मान्य जाता है, विश्व भर के न्यूज़ चैनल और मीडिया इस त्यौहार का लाइव प्रसारण करते है
दिवाली
Diwali Festival |
दिवाली भारत में मनाया जाने वाला प्रसिद त्यौहार है, इस त्यौहार को भारत के साथ साथ सम्पूर्ण विश्व में मनाया जाता है विश्व में जिस भी देश में भारतीय रहते है वे सभी लोग इस त्यौहार को धूमधाम से मानते है, दिवाली का त्यौहार बुराई पर अच्छी की जीत का प्रतीक है, इस दिन भगवान् श्री राम 14 वर्ष का वनवास काट कर अयोध्या नगरी वापिस आए थे जिनके आगमन के स्वागत में सभी अयोध्यवासिओ द्वारा द्वीप जला कर श्री राम जी का स्वागत किया था, भारत में दिवाली के दिन लक्ष्मी माता व् श्री गणेश भगवान् की पूजा की जाती है
DIWALI ! दिवाली के त्यौहार से जुडी पौराणिक कहानी व् ये त्यौहार क्यों मनाया जाता है
Sydney New Year's Eve | Australia
Sydney New Year's Eve |
नए साल का स्वागत करने के लिए दुनिया की नए साल की पूर्व संध्या राजधानी सिडनी से बेहतर जगह और क्या हो सकती है? जी हां, ऑस्ट्रेलिया नए साल का स्वागत करने वाला दुनिया का पहला देश है और यही वजह है कि यहां नए साल की पूर्व संध्या बहुत ही धूमधाम से मनाई जाती है। सिडनी हार्बर, ओपेरा हाउस, बौंडी बीच, हार्बर ब्रिज आदि जैसे शहर के सभी स्थल आतिशबाजी के शानदार प्रदर्शन के साथ टिमटिमाती रोशनी से जगमगा उठते हैं, जो बिल्कुल एक खूबसूरत दृश्य लगता है, सिड्नी में नव वर्ष का त्यौहार बेहद रोमांचक व् ऊर्जा से परिपूर्ण फेस्टिवल होता है, इस दिन सिडनी में करोड़ो रूपए की आतिशबाजी चलाई जाती है व् लोग नए साल का स्वागत पूर्ण जोश से करते है
Kumbh Mela | India
Khubh Mela |
कुम्भ मेला हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु कुम्भ पर्व स्थल प्रयाग, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में एकत्र होते हैं और नदी में स्नान करते हैं। कुंभ मेला विश्व का सबसे बड़ा मेला होता है जिसमे लाखो नहीं करोड़ो लोग नदी में स्नान करते है
खगोल गणनाओं के अनुसार यह मेला मकर संक्रान्ति के दिन प्रारम्भ होता है, जब सूर्य और चन्द्रमा, वृश्चिक राशि में और वृहस्पति, मेष राशि में प्रवेश करते हैं। मकर संक्रान्ति के होने वाले इस योग को "कुम्भ स्नान-योग" कहते हैं और इस दिन को विशेष मंगलकारी माना जाता है,
हिन्दू पंचाग के अनुसार कुम्भ मेले को तीन प्रकारों में बांटा गया है
महाकुम्भ – हर 144 वर्षो में (12 पूर्ण कुम्भो के पूर्ण होने पर)
कुम्भ मेला – हर 12 सालो में आयोजित
अर्द्ध कुम्भ – हर 6 साल में आयोजित (दो पूर्ण कुम्भ मेलो के बीच)
शाही स्नान की प्रक्रिया की शूरवात के रात्रि के तीसरे पहर से हो जाती है | लाखो की संख्या में सन्यासी , महंत और श्रुद्धालू संगम का रुख करते है लेकिन पहली डुबकी संत-सन्यासी ही लगाते है | श्रुधालुओ का नम्बर बाद में आता है
होली
होली वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण भारतीय और नेपाली लोगों का त्यौहार है। यह पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। होली रंगों का तथा हँसी-खुशी का त्योहार है। यह भारत का एक प्रमुख और प्रसिद्ध त्योहार है, जो आज विश्वभर में मनाया जाने लगा है।
इस त्योहार को हर धर्म के लोग पूरे उत्साह और मस्ती के साथ मनाते हैं। प्यार भरे रंगों से सजा यह पर्व हर धर्म, संप्रदाय, जाति के बंधन खोलकर भाई-चारे का संदेश देता है। इस दिन सारे लोग अपने पुराने गिले-शिकवे भूल कर गले लगते हैं और एक दूजे को गुलाल लगाते हैं। बच्चे और युवा रंगों से खेलते हैं।
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