जानें ऐतिहासिक पल्लीपुरम किले से जुड़े रोचक तथ्य / PalliPuram Fort Facts in Hindi
भारत के इतिहास में राजा महाराजओं का निवास स्थान छोटे-मोटे घर ना होकर बड़े-बड़े किले हुआ करते थे. जिनमें राजे -महाराजे सूकून की जिंदगी व्यतीत करते हैं. प्राचीन इतिहास की देन पल्लीपुरम का किला (PalliPuram Fort Facts) भी इन्हीं किलो में से एक है. जमींन से मात्र 5 फ़ीट की उचाई पर बना यह किला प्राचीन इतिहास को अपने में समेटे हुए है.जी हां दोस्तों, आज का हमारा लेख इसी किले (PalliPuram Fort) से सम्बंधित है. आज हम आपको ऐतिहासिक धरोहर पल्लीपुरम किले से जुड़े अजब गजब व् दिलचस्प तथ्य बताने जा रहे हैं. तो देर ना करते हुए चलिए जानते हैं
पल्लीपुरम किले से जुड़े प्राचीन इतिहास को समेटे रोचक तथ्य - PalliPuram Fort Facts
1. केरल में स्तिथ पल्लीपुरम किले को छे कोनो के आकार में बनवाया गया है इसीलिए इस किले को ‘अयिकोत्ता’ या फिर ‘अलिकोत्ता’ नाम से भी जाना जाता है और हिंदी भाषा में इस आकार के किले को षट्कोणीय आकार कहा जाता है.
2. इस भव्य किले को बनवाने में लेटराइट पथर, चुना पथर और लकड़ी का इस्तेमाल किया गया था. साथ ही इस किले की दीवारे बनाने में सुर्खी -मोर्टार का उपयोग किया गया है.
3. क्या आप जानते है इस किले में एक तहखाना भी बनाया गया था जिसमे किसी समय में बारूद रखा जाता था.
4. इस किले में एक गुप्त सुरग भी थी. जिसका इस्तमाल महत्वपूर्ण कार्यो के लिए किया जाता था.
5. इस किले में एक कुँवा भी बनाया गया था जिसे बडासा कुँवा के नाम से जाना जाता है. कहा जाता है इस कुवे का पानी हमेसा ठंडा रहता है.
6. पल्लिपुरम् किले को सन 1662 में डच आक्रमणकारियों ने इस किले पर हमला कर किले को अपने के कब्जे में ले लिया था.
7. वही त्रावनकोर के राजा ने सन 1789 में कोत्ताप्पुरम किले को खरीदने के साथ साथ इस पल्लिपुरम् किले को भी खरीद लिया था.
8. पल्लिपुरम् किले को सन 1964 में संरक्षित स्मारक घोषित कर पुरातत्व विभाग की निगरानी में सौंप दिया गया है.
9. इस किले को देखने के लिए दूर दूर से सैलानी केरल आते है. साथ ही इस किले का दिलचस्प इतिहास भी उन्हें इस और खींचता है.
10. क्या आप जानते है इस किले को हासिल करने के लिए टीपू सुल्तान ने भी कोशिश की थी. परंतु वह इस किले को हासिल नहीं कर पाया.
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